♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची : विपक्षी विधायकों के हंगामे के बाद झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित करने का मामला विधानसभा समिति के हवाले कर दिया गया है। इस सिलसिले में विधानसभा अध्यक्ष की ओर से 7 सदस्यीय कमेटी गठित की गयी है। इसके लिए स्पीकर की तरफ से 7 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति के सुझाव के आधार पर अंतिम निर्णय किया जाएगा। इससे पहले आज झामुमो विधायक सरफराज अहमद ने इस मामले को विधानसभा समिति के हवाले करने का सुझाव दिया था। गौरतलब है कि पिछले दिनों नमाज के लिए विधानसभा अध्यक्ष की ओर से कमरा आवंटित करने का आदेश जारी किया गया था। इस आदेश के बाद विपक्ष में बैठी भाजपा के तेवर तल्ख हो गये थे। भाजपा विधायकों ने जमकर हो-हंगमा किया। विधानसभा घेराव के दौरान पुलिस से भिड़ंत भी हुई। राष्ट्रीय स्तर पर भी झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित करने और भाजपा विरोध का मामला छाया रहा।
बहरहाल रवीन्द्र नाथ महतो ने कहा आज कहा, ’विधानसभा में जो गतिरोध उत्पन्न हुआ इसका असर राज्य पर पड़ा। यह गतिरोध का विषय नहीं है। राज्य के सेहत, हित और विकास के लिए इस गतिरोध को समाधान करना जरूरी था। इस विषय को सर्वदलीय समिति के समक्ष रख देता हूं।’
45 दिन के भीतर समिति को अपना प्रतिवेदन जमा करने के लिए कहा गया है। इस निर्णय पर ठश्रच् विधायक भानू प्रताप शाही ने कहा कि यह पहले दिन भी हो सकता था, लेकिन ठश्रच् के दबाव में सदन को अपने फैसले पर विचार करना पड़ा।
कमेटी में शामिल किये गये इन पार्टियों के नेता
कमेटी में सभी पार्टियों के नेता को शामिल किया गया है। कमेटी में झामुमो के स्टीफन मरांडी, सरफराज अहमद, कांग्रेस के प्रदीप यादव, दीपीका पांडेय सिंह, भाजपा से नीलकंठ सिंह मुंडा, आजसू से लंबोदर महतो और भाकपा माले से विनोद सिंह शामिल किये गये हैं।