♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची : उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ लोकआस्था का महापर्व छठ आज सम्पन्न हो गया। इसबार घरों में भी काफी संख्या में छठ पर्व मनाया गया। घरों पर ही अर्घ्य देने की व्यवस्था की गयी।
इसके अलावा सुबह के अर्घ्य को देने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ छठ पूजा घाटों पर दिखी। छठ गीतों से वातावरण गूंजता रहा।
चार दिनों के महापर्व में पहले दिन नहाय खाय से शुरूआत हुई और आज यानी गुरुवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही महापर्व का भव्य समापन हुआ। महापर्व के आज अंतिम दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा होती है। कल अस्ताचलगामी सूर्य की उपासना की गई थी और आज उदीयमान सूर्य की उपासना की गई।
छठ घाटों पर सुबह 4 बजे से ही लोगों का पहुंचना शुरू हो गया था। लोग पहुंचते रहे और छठ घाटों पर प्रसाद के सूप और डालों को सजाकर लोग रखते गए। छठ व्रत करने वाली महिलाएं तालाबो में उतर कर भगवान भास्कर के उगने का इंतजार करती दिखी और इस दौरान छठव्रती सूर्य की उपासना करती नजर आयीं। तालाबो में भी काफी भीड़ पहुंची थी। इस दौरान छठ घाटों पर पूजा समितियों ने तालाबो को बेहतर ढंग से सजाया था ,रंगीन बल्बों और झालरों से सजा तालाबो का छठ घाट आकर्षक नजर आ रहा था।
भगवान भास्कर के उदय होते ही लोगो ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया और भगवान की स्तुति की। उदय होने के साथ ही अर्घ्य देने का सिलसिला चल निकला, जिसके बाद लोगों ने काफी देर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया और हवन की। सभी श्रद्धालुओं ने अर्घ्य देने के साथ ही सुख-समृद्धि की कामना की।