सुर सरस्वती, सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का आज यानी रविवार को सुबह 8.12 बजे मुंबई के ब्रिज कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। 92 साल की लता मंगेशकर कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमण के चलते मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती की गई थीं। लेकिन लगातार उनकी सेहत में उतार चढ़ाव जारी रहा। एक बार फिर उनकी तबीयत बिगड़ने की वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। उनका अंतिम संस्कार मुंबई के शिवाजी पार्क में शाम 6 बजे किया जाएगा। देश के पीएम मोदी भी कुछ देरबाद मुंबई के लिए रवाना हो जाएंगे।
उनके निधन से केन्द्र सरकार ने दो दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। गोवा सरकार ने तीन दिनों के शोक का ऐलान किया है।
दिव्य आवाज हमेशा के लिए शांत हो गई: राष्ट्रपति कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताया हुए कहा कि यह खबर दुनियाभर के लाखों लोगों की तरह मेरे लिए भी हृदयविदारक है। राष्ट्रपति ने ट्वीट करते हुए कहा कि उनके गीतों की विशाल श्रृंखला में, भारत के सार और सुंदरता को प्रस्तुत करते हुए, पीढ़ियों ने अपनी आंतरिक भावनाओं की अभिव्यक्ति पाई। भारत रत्न, लता जी की उपलब्धियां अतुलनीय रहेंगी। उन्होंने आगे कहा कि एक कलाकार सदियों में एक बार जन्म लेता है। लता-दीदी एक असाधारण इंसान थीं, जब भी मैं उनसे मिलता था वह जो गर्मजोशी से भरी हुई होती थीं। दिव्य आवाज हमेशा के लिए शांत हो गई है लेकिन उनकी धुन अमर रहेगी, अनंत काल तक गूंजती रहेगी। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।