♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची: केंद्रीय सरना समिति की आज यहां हुई बैठक में प्रकृति महापर्व सरहुल की तैयारियों की समीक्षा की गयी। इसकी अध्यक्षता समिति के केन्द्रीय अध्यक्ष बबलू मुंडा ने की।
मुख्य पाहन जगलाल पाहन ने कहा इस बार 3 अप्रैल को उपवास , केकड़ा -मछली पकड़ाई एवं रात्रि 8 बजे पवित्र सरना स्थल में पारंपरिक रीति रिवाज से जल रखाई पूजा होगी। 4 अप्रैल को सरहुल पूजा एवं शोभायात्रा केंद्रीय सरना स्थल सरना टोली हातमा से सिरोम टोली सरना स्थल के लिए प्रस्थान करेगी। 5 अप्रैल को फ़ूलखोंसी ( पुष्प अर्पण ) होगा।
केन्द्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा – पिछले 2 वर्षों से कोरोना महामारी की वजह से सरहुल शोभायात्रा नहीं निकाली गयी। लेकिन इस वर्ष पूरे आदिवासी समाज द्वारा भव्य तरीके से सरहुल शोभायात्रा निकाली जाएगी। मुंडा ने राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन से मांग की है कि सभी सरना स्थलों की साफ-सफाई , सरहुल शोभायात्रा के दिन पूरे शहर में विद्युत साज सज्जा , सरहुल महोत्सव में 3 दिनांे के राजकीय अवकाश एवं सरहुल शोभायात्रा के दिन हेलीकॉप्टर द्वारा पुष्प वर्षा करायी जाए।
आदिवासी जन परिषद के प्रधान महासचिव अभय भूट कुवर ने कहा कि सरहुल पर्व आदिवासियों का मुख्य त्योहार है। इस त्योहार से आदिवासियों की धार्मिक पहचान स्थापित होती है।
बिरसा विकास जन कल्याण समिति के अध्यक्ष अनिल उरांव ने कहा कि सरहुल महापर्व आदिवासियों का मुख्य प्रकृति पर्व है। इस बैठक में मुख्य रूप से केंद्रीय सरना समिति के संरक्षक आरती कुजूर , कार्यकारी अध्यक्ष शोभा कच्छप , सचिव अमर मुंडा, कोषाध्यक्ष जगन्नाथ तिर्की , अनीता गाड़ी , सुमिता पहनाई मुन्ना , हेमरोम सुरेश पहान , सुकरा पहान , अनिल लकड़ा, गोलू मुंडा, सुखदेव मुंडा , मुकेश मुंडा , रंजीत उरांव , कुलदीप हेमरोम इस बैठक में आदिवासी जन परिषद , बिरसा विकास जन कल्याण , समिति चिरौंदी सरना समिति , सरई टाड़ सरना समिति , टिकली टोली सरना समिति , केंद्रीय धूमकुरिया करम टोली, केंद्रीय लोहरा समाज , नव युवक संघ सरना समिति एदलहातु , चडरी सरना समिति , केंद्रीय सरना पूजा समिति सरना टोली सरना समिति , आम बगीचा सरना समिति मोराबादी एवं विभिन्न आदिवासी संगठन के लोग उपस्थित थे।संचालन अनिल उराँव ने किया ।