♦Dr BIRENDRA KUMAR MAHTO♦
रांची: राज्यभर से रांची पहुंची सहियाकर्मियों ने स्थायी करने की मांग पर राजभवन के समक्ष विशाल धरना-प्रदर्शन किया।
इससे पहले सहिया एवं सहिया साथी संघ के बैनर तले आज धनबाद ,बोकारो, चतरा, हजारीबाग, रांची, पूर्वी पश्चिमी सिंहभूम रामगढ़ ,देवघर, पलामू, पाकुर ,जामताड़ा समेत अन्य जिलों के हजारों सहियाकर्मी विशाल रैली में शामिल होकर राजभवन के समक्ष पहुंचीं। यहां पहुंचकर उन्होंने मानदेय और स्थायीकरण की मांग के समर्थन में नारे लगाये। इसकी अध्यक्षता संजू मिश्रा और संचालन संतोष सोनी ने किया।
मानदेय और स्थाई की गारंटी होनी चाहिए: अरुप
राजभवन के समक्ष अयोजित सहिया बहनों की विशाल सभा को संबोधित करते हुए संघ के संरक्षक व मासस के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि सहिया बहनों को भीख की तरह प्रोत्साहन नहीं देश के अन्य राज्यों की तरह बीस हजार रूपये मासिक मानदेय की सरकार गारंटी करें । इसे लागू करने में जो भी अड़चनें हो, उसे केंद्र और झारखंड की सरकार दूर करे। इसके साथ ही फ्रंट लाइन वर्करों को बेहतर मानदेय और स्थाई की गारंटी होनी चाहिए। कहा- सहियाकर्मी ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ हैं।
नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं: पम्पा
सहिया साथी संघ की अध्यक्ष पम्पा मंडल ने कहा- हम महिलाएं अबला नहीं चिंगारी हैं, महिला सशक्तिकरण के नाम पर महिलाओं के साथ नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।
सरकार की नीतियों की वजह से सहिया बहनें सड़क पर: माया सिंह
संघ की सचिव माया सिंह ने कहा- सरकार की गलत नीतियों की वजह से सभी सहिया बहनें सड़क पर आ गयी हैं। सरकार कोरोना काल में फ्रंट लाइन वर्करों से किए वायदे पूरी करें। जबतक हमारी सेवा स्थाई नहीं तबतक सरकार स्थिर नहीं रहेगी।
स्थाईकरण होनी चाहिए: भुवनेश्वर केवट
एक्टू के प्रदेश सचिव भुवनेश्वर केवट ने कहा – संघर्ष के रास्ते हम लड ़कर बेहतर मजदूरी और स्थाईकरण की मांग ले के रहेंगे।
राजभवन मार्च और सभा को चिंता देवी प्रणव उपाध्याय उदय मेहता ललिता देवी मन सोना साहू आशा देवी लक्ष्मी देवी सीमा देवी मुकुल भट्टाचार्य समेत कई वक्ताओं ने संबोधित किया।