♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची: रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित झारखंड के 22वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड के लिए आज गौरवशाली दिन है। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा का आज जयंती दिवस है और आज के ही दिन यहां के आदिवासी तथा मूलवासियों को अलग झारखंड राज्य मिला था। राज्य के कई वीर महापुरुषों ने त्याग, तपस्या और बलिदान दिया। अपना सर्वस्व न्यौछावर किया तब जाकर अलग झारखंड राज्य मिला।
झारखंड वीरों की धरती रही है। झारखंड की धरती की उपज और संसाधनों से पूरा देश जगमगाता है। देश की आर्थिक मजबूती मैं झारखंड की अहम भूमिका है। झारखंड के संसाधनों का लाभ देश के सवा सौ करोड़ लोगों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।
सभी लोग मिलजुलकर राज्य को बेहतर दिशा देंगे
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा, यहां के लोगों की मानसिकता कभी भी लड़ाई- झगड़ा करने वाला नहीं रहा है। हमारी सरकार राज्यवासियों के स्वाभिमान से कभी भी समझौता नहीं होने देगी। राज्य की जनता का मान-सम्मान और गौरव को संरक्षित करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। हमसभी लोग मिलजुल कर इस राज्य को बेहतर दिशा देने में अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। आज का दिन कहीं न कहीं हमारे शहीद वीर पुरुषों को याद करने का दिन है। राज्य के महापुरुषों के आदर्शों पर चलकर खुशहाल राज्य का निर्माण करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप के बीच राज्य सरकार कई योजनाएं चला रही है। यहां के ग्रामीण किसानों, नौजवानों एवं आने वाली पीढ़ी के लिए कार्य योजना बनाकर उसे मूर्त रूप दिया जा रहा है।
लोगों को उनका हक-अधिकार दे रही हमारी सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा, हमारी सरकार यहां के लोगों को उनका हक-अधिकार देने का काम कर रही है। समग्र विकास की परिकल्पना को पूरा करने के लिए हम सभी को आपसी समन्वय बनाकर आगे बढ़ने की जरूरत है। विकास की गाड़ी को तीव्र गति देकर झारखंड को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा करना है।
इस अवसर पर श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के मंत्रीसत्यानंद भोक्ता, राज्यसभा सांसद श्रीमती महुआ माजी, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे सहित अन्य अन्य लोग मौजूद थे।