♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी ने मनी लांड्रिंग व अवैध खनन के मामले में करीब 9 घंटे तक पूछताछ की। ईडी ने कुछ कागजात की भी मांग की है। इससे पहले गुरुवार की सुबह करीब 11.55 बजे मुख्यमंत्री ईडी दफ्तर पहुंचे। रात करीब 9.30 बजे तक उनसे पूछताछ की गयी। मुख्यमंत्री ने 1000 करोड़ के अवैध खनन सहित विभिन्न मुद्दों पर तीन पन्नों में जो ईडी के प्रश्नों का उत्तर दिया था, उसे ईडी ने एक सिरे से खारिज कर दिया है। ईडी के अनुसार वह 1000 करोड़ के रायल्टी चोरी का नहीं, बल्कि 1000 करोड़ के अवैध खनन की जांच कर रही है, जो हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री काल में साहिबगंज के क्षेत्र में हुई है। वह भी तब जब मुख्यमंत्री खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री हैं।
हेमंत सोरेन के जवाब से ईडी टीम संतुष्ट नहीं
ईडी ने मुख्यमंत्री से कहां कितनी चल-अचल संपत्ति बनाई, इसपर भी कई सवाल पूछे, जिसका मुख्यमंत्री ने जवाब भी दिया है। बताया जाता है कि ईडी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार की सुबह करीब 11.55 बजे जैसे ही ईडी कार्यालय के भीतर प्रवेश किए, उसके बाद कार्यालय का मुख्य दरवाजा बंद हो गया। उनके साथ उनके भाई दुमका के विधायक बसंत सोरेन व प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू भी भीतर जाना चाह रहे थे। ईडी के अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया। सिर्फ मुख्यमंत्री ही ईडी के कार्यालय में गए। इसके बाद उनसे पूछताछ शुरू हो गई। मुख्य गेट से ही बसंत सोरेन व पिंटू वापस लौट गए। मुख्यमंत्री का कारकेड भी वापस लौट गया।
दूसरी ओर राजभवन, ईडी कार्यालय और भाजपा कार्यालय की भी सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।