गुजरात में बिपरजॉय समुद्री तूफान के जमीन से टकराने के बाद वहां भारी नुकसान हुआ है। हालांकि तूफान से निबटने के लिए अपनायी गयी तैयारियों की वजह से किसी की जान नहीं गयी है। तूफान का असर कच्छ-सौराष्ट्र समेत 8 जिलों है। राजस्थान के कई जिलों में भी इसका असर देखा जा रहा है और वहां भी आंधी -बारिश हो रही है। इन दोनों राज्यों में जगह-जगह पेड़ और खंभे गिर गए। अभी भी दो दिन तक 80 किलोमीटर प्रति घंटे से हवाएं चलने का अलर्ट है।
गुजरात कच्छ में मांडवी, नलिया, नारायण सरोवर, जखौ पोर्ट, मुंद्रा और गांधीधाम समेत पूरे राज्य में तेज बारिश हो रही है। 90 से 125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। 940 से ज्यादा गांवों की बिजली गुल हो गई है। वहीं, बाढ़ और रास्ते बंद होने से 4600 ग्रामीण इलाकों का संपर्क टूट गया है।
बिपरजॉय तूफान गुरुवार शाम साढ़े छह बजे कच्छ के जखौ तट से टकराया था। लैंडफॉल आधी रात तक चला। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 115 से 125 किमी प्रति घंटे रही। इससे पहले कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़, गांधीधाम और मोरबी समेत तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। अब तूफान उत्तर- दक्षिण राजस्थान की तरफ बढ़ रहा है।
बिपरजॉय तूफान गुजरात के बाद शुक्रवार को राजस्थान पहुंच गया है। बाड़मेर और जालोर में आज रेड अलर्ट है और यहां तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। जालोर में शुक्रवार सुबह तक 69डड बारिश दर्ज की गई है। इधर, जैसलमेर में भी आंधी-बारिश जारी है।