♦Laharnews.com Correspondent♦
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में शनिवार को जमकर हिंसा हुई। इस दौरान बैलेट बॉक्स से लेकर बैलेस पेपर तक को लूट कर उसे आग के हवाले कर दिया गया। जगह-जगह हिंसा हुई. गोली चली, बम चले, बूथ लूटे गए और जानें भी गईं। ज्यादातर जगहों पर हिंसा का आरोप ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर लगा है। बीजेपी और कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल, ममता सरकार और वहां की पुलिस पर हिंसा फैलाने का आरोप लगा रहे हैं लेकिन टीएमसी सुबह से शाम तक ज्यादा कुछ बोलती नहीं दिखी। उत्तर 24 परगना, मुर्शिदाबाद, मालदा, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, नंदीग्राम, नदिया और पूर्व बर्धमान, पश्चिम बंगाल के ये वो 8 इलाके हैं जो पंचायत चुनाव के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। सबसे ज्यादा हिंसा इन्हीं जगहों पर हुईं। इस हिंसा में कई लोगों की जान भी चली गयी।
सबसे ज्यादा 10 कार्यकर्ता ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के मारे गए हैं। सीपीआईएम के 2 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई. वहीं बीजेपी और कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता की मौत हुई। टीएमसी की बात करें तो मुर्शिदाबाद में 2, मालदा में 2, दक्षिण 24 परगना में 2 टीएमसी कार्यकर्ताओं की मौत हुई.
पूर्वी बर्धमान, कूचबिहार, उत्तर दिनाजपुर और नदिया में एक-एक टीएमसी कार्यकर्ता की मौत की खबर है। भाजपा के सुवेंदु अधिकारी का दावा है कि 20 हजार से ज्यादा बूथ लूटे गए और 50 लाख से ज्यादा मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया।