♦Laharnews.com Correspondent♦
विपक्षी गठबंधन की ओर से मोदी सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में गिर गया। ये अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से गिरा है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बोलने के दौरान ही विपक्षी पार्टियों ने वॉकआउट कर दिया था।
विपक्ष का कहना था कि करीब दो घंटे तक बोलने के बाद भी पीएम मोदी ने मणिपुर का जिक्र नहीं किया। हालांकि पीएम मोदी ने भाषण के आखिरी हिस्सों में मणिपुर पर विस्तार से बयान दिया और मणिपुर की समस्याओं के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकारों के रवैये और उत्तर पूर्व राज्यों के प्रति उसके भेदभावपूर्ण रवैये को जिम्मेवार ठहराया।
पीएम ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा, ’’2018 में मैंने नेता सदन के नाते उनको (विपक्ष) काम दिया था कि 2023 में वो अविश्वास प्रस्ताव लाएं. अब 2028 में लाने का काम उनको दे रहा हूं, लेकिन कम से कम थोड़ी तैयारी करके आएं, ताकि जनता को लगे कि कम से कम वो विपक्ष के लायक है। पीएम मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर करीब सवा दो घंटे का लंबा भाषण दिया। और कहा कि भारत को अगले पांच वर्षों में विश्व की तीसरी बड़ी अथव्यवस्था वह बनाकर रहेंगे और वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का उनका लक्ष्य है।