♦Laharnews.com Correspondent♦
रांची: करम पर्व के आयोजन के सिलसिले में रांची विश्वविद्यालय के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा संकाय में छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों के द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई है। प्रति दिन क्लास के बाद गीत संगीत एवं नृत्य का अभ्यास किया जा रहा है। करम पर्व के लिए छात्राओं की ओर से विभाग में जावा उठाया गया है। पूजा से संबंधित सामान की खरीदारी की जा रही है। पूजा के दिन विधि विधान के साथ करम की डाली लायी जायेगी। अखड़ा को सजाया जायेगा। मौके पर करम कथा का वाचन होगा। मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं अन्य सम्मानित अतिथियों का संबोधन होगा।
छात्र छात्राओं के द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किये जाएंगे। विभाग में स्थित अखड़ा में पाहान के द्वारा पूजा किया जायगा। इसके बाद 9 भाषाओं – संताली, मुंडारी, खड़िया, हो, कुड़ुख, नागपुरी, खोरठा, कुरमाली और पंचपरगनिया भाषा विभाग के छात्र-छात्राओं व शोधार्थियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत होंगे। इसके बाद प्रसाद का वितरण होगा। इन सभी कार्याे को सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के लिए विभिन्न कमेटियों का गठन किया गया है। छात्र छात्राओं एवं शोधकर्ताओं के द्वारा किये जा रहे अभ्यास कार्यक्रम में टीआरएल संकाय के प्राध्यापक डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो, डॉ रीझू नायक, धीरज उराँव, बीरेन्द्र उराँव, डॉ उपेन्द्र कुमार, रमाकांत महतो, जय प्रकाश उराँव करम सिंह मुण्डा एवं अन्य शिक्षकगण उपस्थित थे।